भारत की धरती पर, धर्म की तहज़ीब में, हम सब हैं एक.....
"भारत की धरती पर, धर्म की तहज़ीब में, हम सब हैं एक,
हिंदू की भक्ति में छिपा है स्नेह का रेक।
मुस्लिम की परवरिश में बसी है शांति की बात,
जब मिलते हैं हम, तो खिल उठता हर हाथ।
फूलों की तरह महकती, हमारी ये चाह,
मिलकर बढ़ाएं हम, एकता की राह।
दिल से दिल तक पहुंचे, प्यार की ये लहर,
भारत की इस गूंज में, बसा है सबका नगर।"
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